India GDP Growth: एक और ग्लोबल एजेंसी ने भारत को दी गुड न्यूज, टॉप-10 में सबसे ऊपर इंडिया, ग्रोथ में चीन को लगेगा झटका

2023-24 के लिए भारत की विकास दर 6.3% रहने की उम्मीद है। फिच ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि भारत में, रोजगार दर में सुधार और कामकाजी उम्र की आबादी के पूर्वानुमान में मामूली वृद्धि ने उच्च विकास अनुमान को जन्म दिया है।

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भारत की अर्थव्यवस्था, जो दुनिया में सबसे तेजी से विकसित हो रही है, इसी तरह जारी रहने की उम्मीद है। वर्ल्ड बैंक से लेकर आईएमएफ तक ने भारतीय अर्थव्यवस्था के विकास दर के अनुमान को संशोधित कर बढ़ाया है, क्योंकि ये हम नहीं कर रहे हैं, बल्कि तमाम वैश्विक रेटिंग एजेंसियों को इस पर भरोसा है। Fitch Ratings अब इस सूची में है। फिच रेटिंग्स ने भारत के मध्यम अवधि के ग्रोथ अनुमान को 0.7% से 6.2 % कर दिया है। संस्थान ने चीन के ग्रोथ अनुमान में भारी कटौती की है, जो उसे भारी झटका लगा है।

टॉप-10 देशों में सबसे ऊपर भारत

Fitch Ratings ने इससे पहले भारत की जीडीपी ग्रोथ को मध्यम अवधि के लिए 5.5% का अनुमान लगाया था। जो 0.7% से 6.2% हो गया है। फिच ने मध्यम अवधि 2023 से 2027 माना है। विशेष रूप से, फिच ने कहा कि भारत की जीडीपी दुनिया की दस सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में सबसे अधिक रहने वाली है। एजेंसी ने कहा कि भारत में पिछले कुछ महीनों में रोजगार दर में बड़ा सुधार देखा गया है, जो इसे अपने अनुमान को बदलने का कारण है। इसके अलावा, दूसरे देशों की तुलना में भारत की लकड़ी उत्पादन क्षमता बहुत अच्छी हुई है।

वर्ल्ड बैंक और IMF ने भी बढ़ाया अनुमान

2023-24 के लिए भारत की विकास दर 6.3% रहने की उम्मीद है। फिच ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि भारत में, रोजगार दर में सुधार और कामकाजी उम्र की आबादी के पूर्वानुमान में मामूली वृद्धि ने उच्च विकास अनुमान को जन्म दिया है। इससे पहले, विश्व बैंक से लेकर अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने भारत के जीडी ग्रोथ अनुमान में बदलाव करते हुए इसे बढ़ा दिया है, जो भारत की तेज रफ्तार अर्थव्यवस्था को दिखाता है।

चीन में संकट से 10 देशों पर असर

फिच रेटिंग्स ने भारत की जीडीपी ग्रोथ की उम्मीद बढ़ाई है, जबकि चीन और रूस की विकास दर की उम्मीद कम हुई है। चीन ने मध्य अवधि में अपनी जीडीपी वृद्धि दर को 5.3 प्रतिशत से घटाकर 4.6 प्रतिशत कर दिया है। अमेरिकी रेटिंग एजेंसी ने सोमवार को जारी एक रिपोर्ट में कहा कि चीन की जीडीपी में गिरावट से दस उभरते देशों की अर्थव्यवस्थाएं प्रभावित हो सकती हैं। इन देशों का विकास दर 4.3% से 4.3% रहने का अनुमान है।