‘पुष्पा 2’ की स्क्रीनिंग के दौरान हुई भगदड़ में गंभीर रूप से घायल हुआ बच्चा

 

हैदराबाद के संध्या थिएटर में 4 दिसंबर को ‘पुष्पा 2’ की स्क्रीनिंग के दौरान हुई भगदड़ ने एक दुखद और गहराई से झकझोर देने वाली घटना को जन्म दिया। भीड़ की धक्का-मुक्की में, एक मां रेवती की जान चली गई, और उनका 8 वर्षीय बेटा तेज गंभीर रूप से घायल हो गया। तेज की स्थिति फिलहाल नाजुक बनी हुई है, और डॉक्टरों ने उसे वेंटिलेटर पर रखा है।

अस्पताल से जारी मेडिकल बुलेटिन के अनुसार, तेज की न्यूरोलॉजिकल स्थिति में अब तक कोई सुधार नहीं हुआ है। उसे सांस लेने में मदद के लिए ट्रेकियोस्टोमी प्रक्रिया पर विचार किया जा रहा है। डॉक्टरों ने बताया कि उसका बुखार नियंत्रित है और उसके अन्य स्वास्थ्य पैरामीटर स्थिर हैं। हैदराबाद शहर के पुलिस कमिश्नर सी. वी. आनंद ने अस्पताल विजिट करने के बाद बताया कि भगदड़ के दौरान सांस लेने में हुई कठिनाई के चलते श्री तेज का ब्रेन डेड हो गया था. और उसे ठीक होने में लंबा समय लगेगा| हालांकि, ऑक्सीजन की भारी कमी के कारण उसका ब्रेन डेड हो गया है, और रिकवरी में लंबा समय लग सकता है।

 

पुलिस ने इस हादसे के बाद अभिनेता अल्लू अर्जुन, थिएटर प्रबंधन और उनकी टीम पर गैर-इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया। अल्लू अर्जुन को गिरफ्तार भी किया गया था, हालांकि उन्हें हाई कोर्ट से अंतरिम जमानत मिल गई।

पुलिस ने थिएटर प्रबंधन, अल्लू अर्जुन और उनकी टीम पर गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया है. अल्लू अर्जुन की गिरफ्तारी पर जमकर सियासत भी हुई. इस मामले को लेकर KTR ने तेलंगाना सरकार को निशाने पर लिया था. इस घटना के बाद फिल्म प्रमोशन और आयोजनों में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर कई सवाल खड़े हो रहे हैं।

तेज के परिवार पर यह त्रासदी असहनीय है, जहां एक ओर मां को खो दिया गया है, वहीं दूसरी ओर बच्चा जीवन और मृत्यु के बीच जूझ रहा है। यह घटना न केवल प्रशासन के लिए चेतावनी है, बल्कि फिल्म उद्योग और आयोजकों को भी यह सुनिश्चित करने के लिए प्रेरित करती है कि इस प्रकार की घटनाएं दोबारा न हों।

यह समय है कि सभी लोग एकजुट होकर पीड़ित परिवार के प्रति सहानुभूति और सहयोग दिखाएं, साथ ही यह सुनिश्चित करें कि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके।