क्या-क्या है Canada के पास? अमेरिका के भरोसे चलती है गाड़ी… भारत के मुकाबले इतना पीछे

IMF की World Economy Ranking 2023 list के मुताबिक, भारत 3.469 ट्रिलियन डॉलर GDP के साथ पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है और सरकार ने इसे पांचवें से तीसरे पायदान पर पहुंचाने का लक्ष्य तय किया है. वहीं कनाडा इस लिस्ट में नौंवे पायदान पर शामिल है।

कनाडा और भारत (Canada-India) के बीच ‘जुबानी जंग’ पूरी दुनिया में चर्चा का विषय बनी है. ऐसा होना भी लाजिमी है क्योंकि दोनों ही देश World’s Top-10 अर्थव्यवस्थाओं में शामिल हैं और ताजा उथल-पुथल का कहीं न कहीं इकोनॉमी (Canada Economy) पर असर देखने को मिल सकता है. हालांकि, अगर कनाडा की इकोनॉमी की बात करें तो इसकी गाड़ी अमेरिका के भरोसे चलते ही, लेकिन भारत के साथ भी इसका बड़ा कारोबार है, जिस पर संकट के बादल छाए नजर आ रहे हैं।

कनाडा की अर्थव्यवस्था पर एक नजर

कनाडा की इकोनॉमी दुनिया की टॉप-10 अर्थव्यवस्थाओं में शामिल हैं. आईएमएफ की World Economy Ranking 2023 लिस्ट के मुताबिक, 2.2 ट्रिलियन डॉलर की जीडीपी के साथ ये 9वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है. प्रति व्यक्ति आय की बात करें तो कनाडा की Canada Per Capita Income 46,260.71 डॉलर है. देश की इकोनॉमी में सबसे बड़ा योगदान प्राकृतिक संसाधनों के दोहन और निर्यात का है. कनाडा अमेरिका, भारत समेत बड़े देशों में कई जरूरी चीजों का निर्यात करता है।

फिशिंग-एग्रीकल्चर का इकोनॉमी में योगदान

Canada के कुल क्षेत्रफल में से 1/12 लैंड खेती-किसानी के लिए उपयुक्त है. हालांकि, अगर इस सेक्टर से आने वाले रोजगार का देश की कुल वर्कफोर्स में हिस्सा देखें तो ये 4 फीसदी का योगदान देता है. वहीं कनाडा के क्षेत्रफल का आधा हिस्सा जंगल है, ये क्षेत्र देश को लकड़ी, पल्प और कागज के लिए पर्याप्त संसाधन उपलब्ध कराता है और अन्य उत्पादों के संयुक्त निर्यात की तुलना में फोरेस्ट प्रोडक्ट्स कनाडा के निर्यात व्यापार का एक बड़ा हिस्सा हैं. कागज और पल्प के निर्यात में कनाडा टॉप लेवल पर है।

देश की इकोनॉमी में फिशिंग सेक्टर भी बड़ा योगदान देता है. यहां अटलांटिक और प्रशांत दोनों तटों पर समृद्ध फिशिंग ग्राउंड्स मौजूद हैं. देश अपेक्षाकृत छोटी आबादी और प्रति व्यक्ति मछली की कम खपत के कारण Fish Export में अग्रणी है।

खनिज संसाधनों से इकोनॉमी को बूस्ट

कनाडा खनिज संसाधनों (Mineral Resources) से समृद्ध है. बड़े क्षेत्र को कवर करने वाले कैनेडियन शील्ड, Western Cordillera और Appalachians की चट्टानों में बड़े खनिज भंडार हैं. उत्तरी कनाडा की ग्रोथ में माइनिंग एक प्रमुख कारक है. कनाडा लंबे समय से यूरेनियम, जिंक, निकल, पोटास, सल्फर, कैडमियम और टाइटेनियम के प्रोडक्शन में दुनिया के टॉप प्लेयर्स में शामिल है. इसके अलावा लौह अयस्क, कोयला, पेट्रोलियम, सोना, तांबा, चांदी, सीसा समेत अन्य धातुओं का भी प्रमुख उत्पादक है. इसके अलावा देश के उत्तरी क्षेत्र में हीरे का खनन (Diamond Mining) का विशेष रोल है।

कनाडा पनबिजली संसाधनों (Hydroelectric Power) से भरपूर देश है. इसमें दुनिया की कुल स्थापित हाइड्रोइलेक्ट्रिक उत्पादन क्षमता का लगभग छठा हिस्सा है. इसके अलावा देश के कुल सकल राष्ट्रीय उत्पाद (Gross National Product) में लगभग 5वां हिस्सा मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर का है. ये सेक्टर कनाडा की कुल वर्क फोर्स में से करीब एक-सातवें हिस्से को रोजगार देने का काम करता है।

अमेरिका को सबसे ज्यादा निर्यात

अगर कनाडा से दूसरे देशों को किए जाने वाले निर्यात (Canada Export) के आंकड़ों को देखें, तो पता चलता है कि देश अपने यहां उत्पादित ज्यादा प्रोडक्ट्स के लिए सबसे ज्यादा अमेरिकी पर आश्रित है. साल 2021 में कनाडा ने सबसे ज्यादा 75.6 फीसदी निर्यात अमेरिका को किया है. दूसरे नंबर पर 4.6 फीसदी के साथ चीन का नाम शामिल है, जबकि 13.6 फीसदी निर्यात भारत समेत अन्य देशों को किया गया।

भारत के साथ किए गए निर्यात का डाटा देखें तो वित्त वर्ष 2022-23 में भारत ने कनाडा को 4.10 अरब डॉलर का सामान निर्यात किया था. जबकि कनाडा ने भारत को 2022-23 में 4.05 अरब डॉलर का सामान निर्यात किया।

भारत से इस मामले में काफी पीछे कनाडा

दरअसल, भारत दुनिया में सबसे तेजी से आगे बढ़ती हुई अर्थव्यवस्था (Indian Economy) बना हुआ है और वैश्विक एजेंसियों ने भी इस बात को माना है और देश की सराहना की है. अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) की World Economy Ranking 2023 list के मुताबिक, भारत 3.469 ट्रिलियन डॉलर GDP के साथ पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है और सरकार ने इसे पांचवें से तीसरे पायदान पर पहुंचाने का लक्ष्य तय किया है. वहीं कनाडा इस लिस्ट में नौंवे पायदान पर शामिल है।