GIP MALL FOR SALE : पुरे देश में कभी सबसे बड़े मॉल होने का दवा करने वाले GIP मॉल की हालत आज कुछ खास अच्छी नहीं है। हालत इस कदर हो गयी है की मॉल को बेचने की नौबत आगयी है। दिल्ली एनसीआर में रहने वाले लोग कभी न कभी जीप मॉल शॉपिंग करने या घूमने जरूर गए होंगे। एक समय में जीप मॉल का जलवा अस पास क जिलों में भी था। समय के साथ जीप मॉल अपनी रौनक खोता गया और अब यहाँ लोगो का आना जाना बहुत काम हो गया है। और अब इसका बिकना भी तय हुआ है।
मॉल का इतिहास
दी यूनाइटेड ग्रुप और दी अप्पू घर ग्रुप ने GIP मॉल को 2007 में नॉएडा सेक्टर 18 में बनाया था। मॉल की देख रेख एंटरटेनमेंट सिटी लिमिटेड कंपनी को दिया गया। मॉल 147 एकड़ में फैला हुआ है। मॉल बिकने से आने वाले रुपये से कंपनी का लोन चुकाया जायेगा।
क्यों जनता का झुकाव हैट गया जीप मॉल से ?
2007 में बने 147 एकड़ के इस विशाल मॉल में सब कुछ था जो उस समय के आकर्षण का केंद्र था। जनता यहाँ अपने परिवार के साथ वीकेंड पर और शॉपिंग करने आते थे। GIP मॉल में हर तरह की ब्रांड / कम्पनीज के शोरूम थे। हमेशा ही यहाँ भीड़ होती थी और अलग अलग तरह के कार्यक्रम जनता को आकर्षित करते थे। 2016 में ठीक GIP के सामने एक नया मॉल खुला जिसका नाम था डीएलएफ मॉल ऑफ़ इंडिया। इसने जीप में आने वाली भीड़ का आकर्षण अपनी तरफ खींच लिया और धीरे धीरे साडी भीड़ जीप की जगह माल ऑफ़ इंडिया को पसंद करने लगी। कोरोना काल में भी कई ब्रांड्स ने अपने शोरूम GIP से हटा दिए।
15 अगस्त तक करे आवेदन
800 करोड़ के लोन के साथ यूनाइटेड ग्रुप की फाइनेंसियल हालत काफी ख़राब है जिसकी वजह से GIP मॉल की देख रेख सही से नहीं हो पा रही है। 15 अगस्त तक इन्वेस्टर्स से आवेदन मांगे है इस मॉल में इन्वेस्ट करने के लिए। आशा है की इस मॉल में हमे दोबारा धूमने को मिलेगा।