नवरात्रि में क्यों जलाते हैं अखंड ज्योति, क्या है महत्व? इन 6 नियमों का जरूर करें पालन वरना होगा अपशकुन

नवरात्रि के प्रथम दिन जब अखंड ज्योति जलाई जाती है तो इसे पूरे 9 दिनों तक जलाए रखना होता है। यदि ज्योत इन नौ दिनों के अंदर बुझ जाए तो अशुभ माना जाता है। ऐसे में अखंड ज्योति प्रज्वलित करने से पहले कुछ नियमों को जरूर जान लें।

शारदीय नवरात्रि की शुरुआत इस वर्ष 15 अक्टूबर से हो रही है. दसवीं यानी दशहरा 24 अक्टूबर को मनाया जाएगा. नवरात्रि में अखंड ज्योति प्रज्वलित करना बेहद खास और महत्वपूर्ण होता है. प्रथम दिन कलश स्थापना (Kalash Sthapana) करने के बाद अखंड ज्योति (Akhand Jyoti) जलाई जाती है. ऐसी मान्यता है कि अखंड ज्योति जलाने से तन-मन में मौजूद अंधकार दूर होती है. यह जीवन से भी अंधेरे को दूर करने का प्रतीक है. नवरात्रि के प्रथम दिन जब अखंड ज्योति जलाई जाती है तो इसे नवरात्रि (Navratri) के पूरे 9 दिनों तक जलाए रखना होता है. यदि ये इन नौ दिनों के अंदर बुझ जाए तो बेहद अशुभ माना जाता है. यदि आपके घर में पूरे नौ दिनों तक ये ज्योति जलती रही तो आपके घर में सुख-शांति, समृद्धि आती है. मां दुर्गा प्रसन्न होकर अपना आशीर्वाद देती हैं. हालांकि, अखंड ज्योति जलाने के कुछ नियम और लाभ भी होते हैं, जिन्हें जरूर जान लेना चाहिए।

अखंड ज्‍योति जलाने के नियम (Akhand Jyoti Jalane ke niyam)

1. प्रमोद कुमार अग्रवाल, ज्योतिष एवं वास्तु आचार्य, आगरा कहते हैं कि शारदीय नवरात्रि का शुभारंभ 15 अक्टूबर से हो रहा है. इस दिन शुभ मुहूर्त में कलश स्थापना के साथ-साथ पूजन के समय अखंड दीपक प्रज्ज्वलित करने का भी विधान है. लेकिन, इसे जलाने के कुछ नियम भी हैं, जिन्हें जरूर अपनाना चाहिए।

2. यदि आप अपने घर में दुर्गा पूजा कर रहे हैं तो प्रथम दिन अखंड दीपक जलाने के लिए शुद्ध देशी घी या फिर सरसों या तिल के तेल का ही इस्तेमाल करें. इन्हीं तेल से अखंड ज्योति को जलाना चाहिए.

3. शुद्ध घी का दीपक देवी दुर्गा मां के दाहिने तरफ और तेल का दीपक देवी मां के बायीं ओर थोड़े से चावल, काले तिल या फिर उड़द की दाल के ऊपर रखें. दीपक की लौ पूर्व, उत्तर या पश्चिम दिशा में रख सकते हैं. दक्षिण दिशा में दीपक नहीं रखना चाहिए.

4. नौ दिनों तक दीपक जलते रहने के लिए दीपक में पर्याप्त मात्रा में घी या तेल रहना चाहिए. दीपक बुझे नहीं, इसके लिए दीपक को कांच की चिमनी से ढकना चाहिए.

5. अगर नौ दिनों के दौरान किसी समय दीपक बुझ जाए तो देवी मां से क्षमा मांग कर दोबारा दीपक जलाएं.

6. नौ दिन पूरे होने के बाद भी अगर दीपक प्रज्ज्वलित है तो उसे फूंक मार कर या अन्य किसी भी तरीके से न बुझाएं, बल्कि अपने आप बुझने तक इंतजार करें.

अखंड ज्योति जलाने के फायदे (Akhand Jyoti Jalane ke labh)

प्रमोद कुमार अग्रवाल कहते हैं कि नवरात्र में अखंड दीपक प्रज्ज्वलित करने से जीवन में प्रकाश और खुशहाली आती है. इससे माता की कृपा बनी रहती है. घर से नकारात्मक ऊर्जा और बाधाएं दूर होती हैं. आर्थिक संपन्नता आती है. विधि-विधान से नवरात्रि के पूरे नौ दिनों तक यदि मां दुर्गा की पूजा-उपासना की जाए तो देवी अपने भक्तों से प्रसन्न होकर उन्हें खुशहाल जीवन जीने का आशीर्वाद देती हैं.