दर्शक पिछले तीन सीजन से बृजेंद्र काला और लुबना सलीम के इस शर्मा परिवार से प्यार कर रहे हैं। इस श्रृंखला का चौथा सीजन अब रिलीज़ हो चुका है। इस सीजन में आठ एपिसोड हैं। सभी एपिसोड लगभग 25 से 30 मिनट के हैं। यह सीरीज मिडिल क्लास दिल्ली के शर्मा परिवार की सुंदर कहानी बताती है।
बृजेंद्र काला और लुबना सलीम के इस शो ने पिछले तीन सीजनों में असली भारतीय मध्यमवर्गीय परिवार को दिखाया है, जो हर किसी को प्यार करता है। यह सीरीज का पहला सीजन देखने के बाद हर किसी को एहसास हुआ कि टीवी की दुनिया में भी हमारे जैसे परिवार होते हैं, क्योंकि पहले टीवी पर दिखाए गए परिवार नकली लगते थे। अपने पिता की तरह दिखने वाले श्री शर्मा जी और मम्मी की डांट लगाने वाली श्रीमती शर्मा को सभी ने पसंद किया। 3 हजार सीजनों के बाद अब चौथा सीजन आया है, जो Zee5 पर प्रसारित हुआ है।
अब इस सीजन में आठ एपिसोड हैं। सभी एपिसोड लगभग २५ से ३० मिनट की लंबाई के हैं, जैसा कि इस सीरीज में अक्सर होता है। इस सीजन में दादी नहीं हैं, जो पिछले तीन सीजनों में इस परिवार की सबसे मजेदार सदस्य थी। आपने इस श्रृंखला का पहला सीजन देखा होगा, तो आपको पता होगा कि तीसरे सीजन में दादी का निधन हुआ। यह चौथा सीजन दादी की तेरहवीं से शुरू होता है। इस बार इस सीजन में घर से बुजुर्ग सदस्य के जाने, रिश् तों की उलझन, मानसिक स्वास्थ्य और महिला अयोग्यता जैसे कई मुद्दों को उठाया गया है। हर एपिसोड में शर्मा परिवार को नई मुश्किलों से लड़ना और उनसे निपटना दिखाया जाता है।
ज्यादा इमोशनल, कम फनी है सीरीज
यह शो अपने पहले तीन सीजन में अपनी प्रतिष्ठा बना चुका है, इसलिए अगर आप इस शो को पसंद करते हैं तो निर्देशक हिमाली शाह भी आपको पसंद आ जाएगा। हालाँकि पिछले तीन सीजनों की तुलना में ये सीजन अधिक भावुक हैं और कम हंसी-खेल हैं। बहुत कम मौकों पर आपको जोर से हंसी आएगी। पापा और बॉबी के बीच की नोंक-झोंक आपको हमेशा मुस्कराता रहेगा। दिल्ली की इस मिडिल क्लास परिवार की कहानी में बहुत कुछ है जो आपको रोमांचित करेगा।
थोड़ा लंबे लगेंगे एपिसोड
कथा का भावनात्मक पक्ष अच्छा है, लेकिन यह कुछ नया नहीं है। वास्तव में, आप ऐसा महसूस करेंगे क्योंकि आप पहले भी ऐसे कई शो या सीरीज देख चुके हैं, जैसे “गुल्लक”, “ये मेरी फैमली”, या “होम शांति”, जो आपको बहुत पसंद आए हैं। 90 के नोस्टेलजिया और मिडिल क्लास फैमली को दिखाने की कहानियां बहुत देखी जा चुकी हैं। ऐसे में ये श्रृंखलाएं कुछ भी नया नहीं लाती। साथ ही, इस सीरीज के आठ एपिसोड बहुत लंबे होंगे। इन्हें थोड़ा कम कर सकते हैं।
कलाकारों ने एक्टिंग से किया प्रभावित
स्टारडम की बात करें तो बृजेंद्र काला और लुबना सलीम बेहतरीन अभिनेत्री हैं और शर्मा परिवार की पूरी कहानी को सुंदर तरीके से दिखाते हैं। इस सीरीज में बृजेंद्र और लुबना दोनों ही आपको बार-बार एहसास दिलाते हैं कि एक बेहतरीन अभिनेता कैसा होना चाहिए। चंदन बॉबी के क िरदार में ऐसे फिट बैठते हैं कि आपको लगता है कि वह बॉबी है। इस बार सोनू के किरदार में सादिका सयाल हैं, जो जची हैं।