लखनऊ की एक कंपनी कर्मचारी के नाम पर फर्म का जीएसटी रजिस्ट्रेशन करके 59.09 करोड़ रुपए का फर्जी लेन-देन किया गया। जिसकी 10.71 करोड़ रुपए जीएसटी का घपला कर दिया। जीएसटी विभाग की तरफ से नोटिस मिलने पर कर्मचारी ने इसका खुलासा किया। पीड़ित का कहना है कि मऊ में थाने पर सुनवाई न होने पर एसपी कार्यालय पर शिकायत की, लेकिन मुकदमा दर्ज नहीं हुआ। जिसके बाद कोर्ट में अर्जी दायर की। कोर्ट के आदेश पर थाना पुलिस मामले की एफआईआर दर्ज कर मामले की जांच पड़ताल कर रही है। जीएसटी ऑफिस की नोटिस पर हुई ठगी की जानकारी मऊ जिले के मधुबन निवासी सेराज अहमद का कहना है कि 15 मई 2024 को मऊ के जीएसटी ऑफिस से एक कर्मचारी घर आया था। उसने सेराज नाम से जीएसटी रजिस्ट्रेशन होने की बात कही। मना करने पर जीएसटी विभाग में रजिस्ट्रेशन होने की बात कही। साथ ही पूछताछ के बाद जीएसटी कर्मचारी ने बताया कि तुम्हारे नाम के डॉक्यूमेंट से राज चन्द्रा ने जीएसटी रजिस्ट्रेशन करके 59.09 करोड़ रुपए का फर्जी लेन-देन किया है और जिसके सरकार से 10.71 करोड़ का आईटीसी क्लेम किया है। 24 मई 2024 तक इसका जवाब जीएसटी कार्यालय मऊ में न देने पर कार्रवाई होगी। वेतन के नाम पर लिए डॉक्यूमेंट सेराज ने बताया कि जब जीएसटी में लगे कागजों के विषय में पूछताछ की, तो पता चला कि मेरे डॉक्यूमेंट लखनऊ चारबाग स्थित ग्लोबल ट्रेडिंग कंपनी के मालिक राज चंद्रा ने गलत तरीके से प्रयोग किए हैं। जिनके विकास दीप स्थित ऑफिस में नौकरी के दौरान लगाए थे। यह नौकरी 21 अक्टूबर 2023 से कुशीनगर निवासी नासिर हुसैन ने ज्वाइन कराई थी। सिराज ने अपने लिखित बयान में कहा कि राज चंद्रा और उसके कर्मचारियों ने 4 माह काम करवाने के बाद भी तय वेतन नहीं दिया पिता का फर्जी बनाया शपथ पत्र पीड़ित का कहना है कि जीएसटी अधिकारी को इसकी जानकारी देते हुए बताया कि कंपनी के मालिक ने वेतन मांगने पर उसके सभी डॉक्यूमेंट मेल और मोबाइल के वाट्सएप पर मंगाए थे। साथ ही पिता के नाम का बिजली बिल की फोटो कॉपी भी ली थी। इसके साथ ही पिता का फर्जी स्टांप पेपर पर शपथ पत्र बनवा लिया। जबकि वह उस वक्त सऊदी अरब थे। जिसके माध्यम से उसने 10.71 करोड रुपए का सरकारी गबन करने की कोशिश की। कंसलटेंसी के नाम पर लिए 70 हजार पीड़ित ने यह भी बताया कि कंपनी के मालिक ने अपने सहयोगी नासिर के माध्यम से नौकरी के नाम पर 70 हजार रुपए लिए। जिसे उसने अपनी यूनियन बैंक आफ इंडिया शाखा दुबारी से नासिर हुसैन के खाते में कई बार में भेजे। घटना की जानकारी के बाद से राज ने मोबाइल फोन भी बंद कर लिया। हुसैनगंज थाना इंस्पेक्टर का कहना है कि मऊ के मधुबन थाना से केस ट्रांसफर होकर आया है। पीड़ित की शिकायत के आधार पर घटना से जुड़े साक्ष्य एकत्र किए जा रहे हैं। जांच कर विधिक कार्रवाई की जाएगी।