शहर का नाम है कानपुर और यहाँ सब कुछ हो सकता है लेकिन यहाँ व्यवस्था सुधर नहीं सकती…… इस लाइन को अपने भी पहले कभी सुना होगा या कभी कहा होगा। लेकिन बीते कुछ सालो में कानपुर ने अपनी पहचान में नए नए कीर्तिमान हासिल किये है। चाहे वो इंफ्रास्ट्रक्चर का बदलाव हो, स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट्स हो या फिर ट्रैफिक नियमो के लिए गंभीरता। ट्रैफिक जाम बरसात में एक आम बात थी पर इन दिनों जो देखने को मिल रहा है वो कुछ अलग ही दृश्य दिखा रहा है।
बीते दिन हुयी भरी बारिश ने कानपुर की सड़को पर पानी का जलजला ला दिया और जो सोचा जा सकता है वही हुआ। लगने लगा जाम , बंद होने लगी बाइक्स और कार। लग गया गाड़ियों की लाइन और फस गए सभी घर जाने वाले सवारी।
इस भरी बारिश के बीच कानपुर ट्रैफिक पुलिस के अधिकारी सड़को पर दौड़ते हुए दिखे और इस जाम को खुलवाने के लिए मशक्कत करते हुए नज़र आये। हर चौराहे पर ट्रैफिक सिपाही और दरोगा जनता की मदद और ट्रैफिक को दुरुस्त करने में लगे हुए थे। न उन्हें भीगने का डर था न बीमार होने का खौफ। सभी कानपुर की यातायात व्यवस्था को दुरुस्त करने में लगे थे।
नंगे पैर भीगते हुए ड्यूटी हुयी
वीआईपी रोड में पानी भराव से लगे लम्बे ट्रैफिक जाम को खुलवाते हुए रोड में इधर से उधर भागते हुए गाड़ियों को निकलवाते हुए एक सब-इंस्पेक्टर को देख कर ट्रैफिक पुलिस का जज़्बा देखने लायक ही था। हाथों में छाता, नंगे पैर, भीगी वर्दी और होटों पर मुस्कान और लगे है ट्रैफिक क्लियर करवाने में । इस जज़्बे को सत्यदर्पण का सलाम है।
कानपुर में ट्रैफिक डाइवर्सन से मिला है आराम
कानपुर की ट्रैफिक पुलिस का चेहरा पिछले कुछ सालो में बहुत बदला है। कानपुर स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में लगे CCTV कैमरे, ITMS कैमरे और चौराहे पर लगे ट्रैफिक लाइट्स ने कानपुर की ट्रैफिक को काफी हद तक सुधार दिया है। कानपुर के जाम वाली जगहों पर ट्रैफिक डाइवर्सन ने ट्रैफिक को कम किया है। रावतपुर क्रासिंग, कचेहरी, गोविन्द नगर और भी अन्य जैम लगने वाले चौराहो को ट्रैफिक मुक्त किया है। डीसीपी ट्रैफिक रवीना त्यागी जी के आने से कानपुर में ट्रैफिक पुलिस में एक नयी ऊर्जा सी देखने को मिल रहीहै। जनता को ट्रैफिक नियमों और सुरक्षा के प्रति जागरूक करने के लिए कई प्रकार के कार्यक्रम आयोजित किये जाते है।